रमिला की सील तोडी
लेखिका और उसकी दोस्त राधिका ने दो लड़को के साथ पूरी रात चुदाई मचाई। अगली सुबह चारो अपने सूजे हुजे लिंग और बुर के दर्द से परेश हो गए। पर उनकी जबरदस्त समूह चुदाई कहानी काफी मजेदार है। और ऊपर से ये सेक्स कहानी एक लड़की द्वारा लिखी गई है तो मजा तो दुगना होने वाला है।
ये XXX सेक्स कहानी मेरी दोस्त रमिला की चुदाई की है। उसी के शब्दो मे कहानी पढिये –
मेरा नाम रमिला है। ये घटना आज से दो साल पहले की है जब मै 12वीं कक्षा मे पढती थी।
मेरा एक दोस्त थ जिसका नाम विनीत था।
विनीत बहुत ही होशियार और शरीफ लडका था मै उसे बहुत पसंद करती थी और वो
भी मुझे पसंद करता था।
जब बारहवीं कक्षा की परीक्षा खत्म हुई और गर्मियो की छुट्टी शुरू हुई तो
मेरे दोस्तो ने घूमने जाने की योजना बनाई।
फिर सबकी राय जानने के बाद शिमला जाने की योजना बनी।
पांच लडकियां और दस लडके सभी बस मे बैठकर शिमला गये।
वहां हमने सबसे पहले हमारे रहने के लिए सस्ते कमरे बुक करवा लिये।
फिर हम घूमने के लिए गये।
हमने शिमला मे घूमकर खूब आनंद लिया।
फिर हमने खाना वगैरह खाया।चाय पी।तब तक रात हो चुकी थी।
अब हम सोने की तैयारी कर रहे थे।
मेरे कमरे मे हम दो सहेलियां थी मै और राधिका।
राधिका पक्की चुदक्कड लडकी थी।अपने बॉयफ्रेंड रॉनित से बहुत चुदवाती थी।
जब हम दोनो सोने वाली थी तो मैने देखा राधिका ने टॉवेल लपेटकर अपनी जींस
और पैंटी उतार दी।फिर उसने अपना टॉप और ब्रॉ भी उतार दिया।और टॉवेल मे ही
मैने पूछा ऐसा क्यो कर रही हो तो वो बोली-रॉनित मुझे चोदने वाला है।इसलिए
कपडे उतारे है मैने।तू भी उतार ले।
मै बोली-मै क्यो उतारूं?मुझे नही चुदना किसी से।
राधिका बोली-चुदवा ले न मेरी जान बहुत मजा आएगा।
ऐसा कहते हुए उसने मेरे सारे कपडे उतारकर तौलिया लपेट लिया।मेरी चूत मे
भी खुजली हो रही थी इसलिए मैने मना नही किया।
तभी विनीत और रॉनित दोनो कमरे मे दाखिल हुए।
विनीत मेरे पास आकर बैठ गया और मेरी पीठ सहलाने लगा।
फिर मुझे चूमते हुए मेरी चूत को मसलने लगा।
वो मुझे गालो और होंठो पर बुरी तरह चूम रहा था और मै भी उसका साथ दे रही थी।
फिर वो चूमते हुए मेरे नीचे की तरफ आने लगा और मेरा तौलिया उतारकर मुझे
नंगी कर दिया और मेरी चूत के दाने पर अपने प्यासे होंठ रख दिये और चूसने
लगा।
मुझे चूत चटवाने मे बहुत मजा आ रहा था इसलिए टांगे भींचकर अपने आनंद को
जब्त करते हुए आहे भर रही थी और छटपटा रही थी।
फिर विनीत खडा हो गया और उसने अपनी पैंट और कमीज उतार दी।अब वो मेरे
उसने अपना लंड मेरे हाथ मे दिया और मुँह मे लेने के लिए कहा।
मै उसका लंड मुँह मे लेकर चूसने लगी।
फिर उसने मुझे बिस्तर पर चित्त लिटाया और मेरी टांगे चौडी कर दी।
अब मेरी चूत का खुला हुआ द्वार उसके सामने था।
विनीत ने अपना लंड मेरी चूत के द्वार पर रखा और रगडने लगा फिर लंड सेट
फिर उसने एक धक्का मारा मेरी चूत की सील टूट गयी मेरा कौमार्य भंग हो गया।
मुझे बहुत दर्द हो रहा था उसका आधा लंड मेरी चूत मे था।
थोडी देर के लिए वह रूका जब मेरा दर्द कम हुआ तो उसने एक और धक्का मारा।
अब उसका पूरा लंड मेरी चूत मे था और विनीत मुझे चोद रहा था।
वह मुझे धक्के लगा लगाकर पचड़ पचड़ चोद रहा था और मै भी गांड उठा उठाकर
वो मुझे चूम भी रहा था और चोद भी रहा था।मै भी उसकी पीठ से हाथ लिपटाकर
चुदवाते हुए कामुक आहे भर रही थी।
वो मेरे बोबे दबाते और मेरे नाजुक शरीर को सहलाते हुए मेरी चूत चोदने का
आनंद ले रहा था।
मुझे भी चुदवाने मे असीम आनंद आ रहा था क्योंकि मेरी चूत की खुजली मिट रही थी।
उधर रॉनित और राधिका भी हमारी तरह ही चुदाई का आनंद ले रहे थे।हम चारो
कमरे मे नंगे होकर चुदते और चोदते हुए जिंदगी का आनंद लूट रहे थे।
विनीत ने अपनी स्पीड बढा दी थी और मुझे बुरी तरह चूमते और रगडते हुए चोद
रहा था। मुझे पता चल गया कि विनीत अब झडने वाला है।मै भी झडने के करीब आ
ही गयी थी।
तभी मेरी चूत ने कामरस का फव्वारा छोड दिया।
कुछ ही समय बाद विनीत भी मेरी चूत मे झड गया।उसका गर्म वीर्य मेरी चूत मे
रॉनित और राधिका ने भी अपना काम निपटा लिया था। थोडी देर हम ऐसे ही लेटे
रहे। फिर हमारी दोबारा चुदाई की इच्छा होने लगी।
इस बार राधिका ने विनीत को पकड लिया था और रॉनित मेरे पास आ गया।
एक बार फिर से चुदाई हुई। विनीत ने राधिका को पेला और रॉनित ने मेरी चूत
का भुर्ता बनाया।
इस तरह हम सारी रात नंगे ही पडे रहे और चुदाई करते रहे।
सुबह तक मेरी और राधिका की चूत सूजकर लाल हो चुकी थी और विनीत और रॉनित
तो ये थी मेरी अनचुदी चूत की चुदाई दास्तान।इस तरह मेरी चुत सूज गई और मैंने अपनी कहानी का नाम रमिला की अनचुदी चूत चुद गयी रखा। उम्मीद है आपको पसंद आई होगी
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